दहेज के लिए बहू को जिंदा जलाने के विरोध में छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च, रोहटा बाईपास से संगम टॉवर तक गूंजे नारे



राष्ट्रीय आचरण विशेष संवादाता – प्रशांत पंवार
बागपत। दहेज की कुप्रथा और बहू को जिंदा जलाने की दर्दनाक घटना से आक्रोशित युवाओं ने रविवार शाम एकजुट होकर कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च लखवाया से शुरू होकर रोहटा बाईपास होते हुए संगम टॉवर तक निकाला गया। मार्च में बड़ी संख्या में छात्र और युवाओं ने भाग लिया।
मामला बागपत के रूपवास गांव से जुड़ा है, जहां की महिला निक्की पायला का विवाह ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव निवासी विपिन भाटी से हुआ था। आरोप है कि विपिन भाटी नशे की लत में डूबा रहता था और शादी के बाद लगातार दहेज की मांग करता था। विरोध करने पर वह निक्की को पीटता रहा और आखिरकार उसने महिला को जिंदा जला कर मार डाला।
इस हृदयविदारक घटना के खिलाफ युवाओं ने कैंडल मार्च निकालकर पीड़िता के लिए न्याय की मांग की। इस दौरान छात्र नेता सुमित चपराना, लखवाया, हैप्पी चपराना, उज्ज्वल गुर्जर, मुशर्रफ, गोलू गुर्जर, विपिन चपराना सहित बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे।
मार्च के दौरान युवाओं ने दहेज प्रथा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने कहा कि समाज को जागरूक करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए इस प्रकार के आंदोलनों की जरूरत है।
👉 घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है और अब छात्र संगठन इसे एक बड़े जनांदोलन का रूप देने की तैयारी कर रहे हैं।